AMRUT Yojana 2025: छोटे शहरों की बड़ी तस्वीर बदलने वाली योजना
AMRUT Yojana 2025 भारत जैसे विकासशील देश में जब बात शहरी विकास की होती है, तो केवल बड़े शहरों को ही प्राथमिकता देना पर्याप्त नहीं होता। छोटे और मंझोले शहरों की समस्याएं भी उतनी ही गंभीर होती हैं। इन्हीं जरूरतों को देखते हुए सरकार ने ‘अमृत योजना’ (Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation) की शुरुआत की थी। इस योजना का मकसद है भारत के छोटे और मध्यम शहरों में आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाना।
What is AMRUT Yojana?
‘अमृत योजना’ की शुरुआत केंद्र सरकार ने जून 2015 में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य था कि देश के छोटे और मंझोले शहरों में नागरिकों को बेहतर पेयजल, सीवरेज व्यवस्था, ग्रीन स्पेस और सार्वजनिक परिवहन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं।
इस योजना का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर रखा गया है। AMRUT का पूरा नाम है: Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation.
सरकार का मानना है कि यदि छोटे शहरों में मूलभूत ढांचा मजबूत हो, तो वहां का जीवन स्तर बेहतर होगा और लोग बड़े शहरों की ओर पलायन नहीं करेंगे।
Objectives of AMRUT
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शहरों में हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना।
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बेहतर सीवरेज और ड्रेनेज व्यवस्था विकसित करना।
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हर शहर में ग्रीन स्पेस और पार्कों का निर्माण।
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पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ और साइकिल ट्रैक।
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सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत बनाना।
Benefits of AMRUT Yojana
अमृत योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे छोटे शहरों का कायाकल्प होता है। लोगों को साफ पानी, अच्छे नालों और हरियाली भरे वातावरण में जीने का अधिकार मिलता है। इसके अलावा, इस योजना से शहरों का नक्शा बदला है — सड़कों की चौड़ाई बढ़ी है, स्मार्ट लाइटें लगी हैं, और कई जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाए गए हैं।
Overview Table of AMRUT Yojana
विषय | जानकारी |
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योजना का नाम | अमृत योजना (AMRUT) |
शुरुआत | जून 2015 |
उद्देश्य | शहरी विकास व आधारभूत सुविधाओं में सुधार |
लक्षित शहर | 500 से अधिक छोटे और मंझोले शहर |
मुख्य कार्य | जल आपूर्ति, सीवरेज, ग्रीन स्पेस, ट्रांसपोर्ट |
नामकरण | अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर |
संचालन मंत्रालय | आवास और शहरी कार्य मंत्रालय |
वर्तमान स्थिति | कई शहरों में कार्य प्रगति पर है |
Progress under AMRUT
पिछले कुछ वर्षों में इस योजना के अंतर्गत कई शहरों में विकास कार्यों को तेज़ी से पूरा किया गया है। जैसे-जैसे यह योजना आगे बढ़ी, लोगों को इसके असर दिखने लगे। कई शहरों में जहां पहले पीने का पानी भी नहीं पहुंचता था, आज वहां हर घर में पानी की पाइपलाइन बिछ चुकी है।
कुछ राज्यों ने इसमें विशेष तेजी दिखाई है, जैसे गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र। वहां पर स्मार्ट ड्रेनेज सिस्टम, पार्क और रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सुविधाएं बढ़ी हैं।
Challenges Faced
हालांकि योजना की सोच बहुत अच्छी है, लेकिन इसे लागू करने में कई दिक्कतें भी सामने आई हैं:
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कुछ राज्यों में परियोजनाओं में देरी हुई है।
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स्थानीय निकायों की क्षमता कमजोर होने से कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
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बजट का समय पर आवंटन न हो पाना।
फिर भी, योजना धीरे-धीरे सफल होती दिख रही है और इसका असर जमीनी स्तर पर दिखाई देने लगा है।
Future Vision of AMRUT 2.0
अमृत योजना का दूसरा चरण भी शुरू हो चुका है जिसे “AMRUT 2.0” कहा जाता है। इसका फोकस अब केवल शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि कस्बों और ग्रामीण-शहरी इलाकों को भी शामिल किया जा रहा है। इसमें टेक्नोलॉजी और स्मार्ट सिटी फीचर्स को भी जोड़ा गया है जैसे:
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जल मापन यंत्र (Water Meters)
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स्मार्ट सड़कों का निर्माण
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अपशिष्ट प्रबंधन को तकनीकी रूप से सुधारना
FAQs
प्रश्न 1: अमृत योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इसका उद्देश्य छोटे और मंझोले शहरों में जल, सीवरेज, हरियाली और सार्वजनिक परिवहन जैसी सुविधाएं विकसित करना है।
प्रश्न 2: इस योजना का लाभ किन्हें मिलता है?
उत्तर: यह योजना उन शहरों और कस्बों के नागरिकों के लिए है जहां की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन सुविधाएं सीमित हैं।
प्रश्न 3: क्या अमृत योजना सभी राज्यों में लागू है?
उत्तर: हां, यह योजना पूरे देश के 500 से अधिक शहरों में लागू की गई है।
प्रश्न 4: अमृत योजना का संचालन कौन करता है?
उत्तर: इसे आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के अंतर्गत संचालित किया जाता है।
प्रश्न 5: AMRUT 2.0 क्या है?
उत्तर: यह अमृत योजना का दूसरा चरण है जिसमें अधिक टेक्नोलॉजी और स्मार्ट फीचर्स जोड़े गए हैं।
Conclusion
अमृत योजना भारत के छोटे शहरों के लिए एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। जब छोटे शहरों में भी स्मार्ट सुविधाएं उपलब्ध होंगी, तभी देश का संतुलित विकास संभव हो सकेगा। सरकार और स्थानीय निकायों को मिलकर इस योजना को और प्रभावी बनाना चाहिए ताकि हर नागरिक को एक अच्छा, सुरक्षित और स्वच्छ जीवन मिल सके।