Mukhyamantri Teerth Yatra Yojana 2025: बुज़ुर्गों के लिए एक नेक पहल
Mukhyamantri Teerth Yatra Yojana 2025 भारत जैसे सांस्कृतिक और धार्मिक देश में तीर्थ यात्रा हमेशा से आस्था का एक अहम हिस्सा रही है। लेकिन कई बार उम्र, आर्थिक स्थिति या स्वास्थ्य की वजह से बुज़ुर्ग लोग इन यात्राओं पर नहीं जा पाते। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य दिल्ली के वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराने का है, जिससे वे धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकें और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करें।
Table of Contents
ToggleEligibility and Benefits
‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ बुज़ुर्गों के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत दिल्ली सरकार बुज़ुर्ग नागरिकों को देशभर के विभिन्न प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की यात्रा कराती है, वो भी बिना किसी खर्च के।
Overview Table
श्रेणी | विवरण |
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योजना का नाम | मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना |
शुरू होने का वर्ष | 2018 |
लागू करने वाला विभाग | दिल्ली सरकार |
पात्रता आयु | 60 वर्ष या उससे अधिक |
लाभ | मुफ्त तीर्थ यात्रा (रेल यात्रा, भोजन, ठहराव) |
साथी की अनुमति | एक सहयात्री (बिना खर्च) |
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया | Online /ऑफलाइन दोनों |
यात्रा की अवधि | 5 से 8 दिन (स्थल के अनुसार) |
How the scheme works
इस योजना का संचालन दिल्ली सरकार के सिविल डिफेंस विभाग और आईआरसीटीसी (IRCTC) मिलकर करते हैं। आईआरसीटीसी यात्रियों की बुकिंग, ट्रेन, भोजन, आवास आदि का प्रबंधन करती है, जबकि सरकार इसके खर्च को वहन करती है।
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ऑनलाइन आवेदन – इच्छुक बुज़ुर्ग नागरिक दिल्ली सरकार की वेबसाइट या सुविधाकेंद्रों के माध्यम से फॉर्म भर सकते हैं।
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स्थानों का चयन – हर वर्ष सरकार कई तीर्थ स्थलों की सूची जारी करती है। आवेदनकर्ता अपनी पसंद के अनुसार एक स्थान चुन सकते हैं।
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यात्रा की व्यवस्था – यात्रा की तिथि से पहले यात्रियों को सूचित किया जाता है। ट्रेन, ठहराव, भोजन और डॉक्टर की सुविधा भी उपलब्ध होती है।
Popular Destinations
दिल्ली सरकार हर साल कुछ खास धार्मिक स्थलों को योजना के अंतर्गत शामिल करती है, जैसे:
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हरिद्वार – ऋषिकेश यात्रा
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अजमेर शरीफ – पुष्कर
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वेल्लांकन्नी चर्च (तमिलनाडु)
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श्रीरामेश्वरम यात्रा
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श्री जगन्नाथ पुरी (ओडिशा)
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तिरुपति बालाजी (आंध्र प्रदेश)
हर यात्रा की अवधि, दूरी और व्यवस्था स्थल के अनुसार बदलती है।
Who can apply
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दिल्ली का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
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आवेदक की उम्र 60 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।
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सरकारी कर्मचारी (सेवारत या पेंशनभोगी) इस योजना के पात्र नहीं हैं।
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मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम होने चाहिए ताकि यात्रा में परेशानी न हो।
Companion Option
अगर कोई बुज़ुर्ग नागरिक अकेले यात्रा करने में असमर्थ हैं, तो वह एक सहयात्री को अपने साथ ले जा सकते हैं। सहयात्री की उम्र 21 साल से ऊपर होनी चाहिए और वह रिश्तेदार हो सकता है – जैसे बेटा, बेटी, बहू आदि।
इस सहयात्री का भी पूरा खर्च दिल्ली सरकार वहन करती है, जो कि इस योजना की एक बहुत बड़ी खासियत है।
Documents Required
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आधार कार्ड
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वोटर आईडी
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निवास प्रमाण पत्र
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आयु प्रमाण पत्र (आधार से मिलान हो जाता है)
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एक पासपोर्ट साइज फोटो
Yatra Experience
इस योजना के तहत यात्रा करने वाले बुज़ुर्गों ने इसे बहुत ही सुकूनदायक और यादगार अनुभव बताया है। बुज़ुर्ग कहते हैं कि “हमने तो कभी सोचा भी नहीं था कि बुढ़ापे में सरकार हमें इतनी अच्छी व्यवस्था देगी, वो भी बिल्कुल मुफ्त।”
यात्रा में सत्संग, भजन, योग सत्र और मेडिकल सहायता जैसी चीज़ें यात्रा को और भी खास बनाती हैं।
FAQs
Q1: मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
उत्तर: आप दिल्ली सरकार की वेबसाइट या निकटतम सुविधा केंद्र से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन फॉर्म भरना सरल है और आधार कार्ड से OTP द्वारा सत्यापन हो जाता है।
Q2: क्या एक व्यक्ति एक से ज्यादा बार यात्रा कर सकता है?
उत्तर: नहीं, फिलहाल योजना के अंतर्गत एक व्यक्ति केवल एक बार यात्रा कर सकता है।
Q3: अगर आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ तो क्या करें?
उत्तर: आप अगले बैच के लिए पुनः आवेदन कर सकते हैं। कई बार स्थान सीमित होने की वजह से सभी को मौका नहीं मिल पाता।
Q4: सहयात्री कौन हो सकता है?
उत्तर: सहयात्री आपके परिवार का कोई भी 21 वर्ष से ऊपर का सदस्य हो सकता है, जैसे बेटा, बेटी, पोता या पोती।
Q5: यात्रा के दौरान अगर कोई समस्या आती है तो संपर्क कैसे करें?
उत्तर: यात्रा के दौरान आईआरसीटीसी के प्रतिनिधि और दिल्ली सरकार के कर्मचारी हर समय साथ रहते हैं। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी दिए जाते हैं।
Conclusion
‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ सिर्फ एक सरकारी स्कीम नहीं बल्कि बुज़ुर्गों को सम्मान देने का एक संवेदनशील प्रयास है। यह योजना न केवल धार्मिक आस्था को बल देती है, बल्कि बुज़ुर्गों को एक नई ऊर्जा और खुशी देती है।
अगर आपके घर में कोई वरिष्ठ नागरिक है, तो उन्हें इस योजना का लाभ जरूर दिलाएं। यह सिर्फ यात्रा नहीं, बल्कि एक जीवनभर का अनुभव है।
दिल्ली सरकार की यह पहल बताती है कि जब राजनीति सेवा बन जाए, तो समाज का हर वर्ग लाभान्वित होता है।