Rashtriya Khadya Suraksha Mission 2025: हर खेत तक पोषण और उत्पादन की पहुंच

Rashtriya Khadya Suraksha Mission 2025: हर खेत तक पोषण और उत्पादन की पहुंच

Rashtriya Khadya Suraksha Mission 2025 भारत जैसे कृषि प्रधान देश में खाद्य सुरक्षा का महत्व केवल उत्पादन तक सीमित नहीं, बल्कि यह सीधे तौर पर देश की आर्थिक और सामाजिक स्थिरता से भी जुड़ा है। इसी दिशा में केंद्र सरकार ने एक ठोस कदम उठाया है—राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन 2025। इस मिशन का लक्ष्य है न केवल अन्न का पर्याप्त उत्पादन बढ़ाना बल्कि किसानों की आय में सुधार लाना और पोषण से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना।

यह लेख आपको मिशन की मूल बातें, उद्देश्य, लाभ, चुनौतियाँ और भविष्य की योजना के बारे में पूरी जानकारी देगा। साथ ही, एक आसान तालिका और अंत में पाँच महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए हैं।

What is Rashtriya Khadya Suraksha Mission 2025?

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन 2025 (NFSM-2025) कृषि मंत्रालय द्वारा चलाया गया एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसका मकसद देश में प्रमुख खाद्यान्नों—जैसे चावल, गेहूं, दालें, मोटे अनाज आदि—के उत्पादन को बढ़ावा देना है। यह मिशन किसानों को तकनीकी सहायता, बीज, प्रशिक्षण और योजनाओं से जोड़कर खेती को ज्यादा लाभकारी और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

इस मिशन के अंतर्गत किसानों को बेहतर किस्म के बीज, मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने के उपाय, सिंचाई की सुविधा और फसल सुरक्षा के उपकरणों की मदद मिलती है। 2025 तक इस मिशन का उद्देश्य है कि देश के हर कोने में खेती की उत्पादकता में सुधार हो और किसान आत्मनिर्भर बनें।

Key Objectives of NFSM 2025

  • खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि: भारत की बढ़ती आबादी को देखते हुए खाद्य उत्पादन को बढ़ाना ज़रूरी है।

  • किसानों की आय में सुधार: वैज्ञानिक तरीके अपनाकर खेती को ज्यादा लाभकारी बनाना।

  • प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग: पानी, मिट्टी और उर्वरकों का संतुलित उपयोग करना।

  • मोटे अनाज और दालों को बढ़ावा: पोषण स्तर को सुधारने के लिए पौष्टिक अनाजों का उत्पादन बढ़ाना।

  • प्रशिक्षण और जागरूकता: किसानों को नई तकनीकों की जानकारी देना।

Implementation Strategy of NFSM 2025

इस मिशन को राज्य सरकारों के सहयोग से जिलों के स्तर पर लागू किया जा रहा है। किसानों को अलग-अलग क्षेत्रों में उनकी ज़रूरतों के हिसाब से सहायता दी जा रही है। कुछ जगहों पर धान के उत्पादन पर ज़ोर है, तो कहीं गेहूं या दालों पर।

मिशन के अंतर्गत कृषि वैज्ञानिकों, विभागों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से किसानों को ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही, बीज और कृषि उपकरणों पर सब्सिडी भी दी जा रही है।

Overview Table

पहलू जानकारी
मिशन का नाम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन 2025
शुरू होने का वर्ष पहले चरण – 2007, पुनर्निर्धारित लक्ष्य – 2025
उद्देश्य खाद्यान्न उत्पादन और पोषण सुरक्षा बढ़ाना
लक्ष्य 30% तक उत्पादन वृद्धि और किसानों की आय में सुधार
मुख्य फसलें चावल, गेहूं, दालें, मोटा अनाज
फोकस क्षेत्र पिछड़े जिले, जल-संकट वाले क्षेत्र
सहायता का तरीका बीज वितरण, प्रशिक्षण, उपकरण सब्सिडी
निगरानी जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर रिपोर्टिंग

Benefits to Farmers and the Country

  • कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता: इस मिशन से किसानों की तकनीकी जानकारी बढ़ी है, जिससे वे अब आत्मनिर्भर बनने लगे हैं।

  • कृषि में आधुनिकता: पारंपरिक खेती से निकलकर आधुनिक उपकरणों और विधियों को अपनाने में किसानों की रुचि बढ़ी है।

  • पोषण सुरक्षा: दालों और मोटे अनाजों की पैदावार में बढ़ोतरी से देश की पोषण स्थिति में भी सुधार आ रहा है।

  • रोजगार के अवसर: खेतों में बेहतर उत्पादन से संबंधित गतिविधियों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी बढ़ रहा है।

Challenges Faced by NFSM 2025

  • जागरूकता की कमी: कई किसान अभी भी योजनाओं की जानकारी से दूर हैं।

  • संसाधनों की सीमित उपलब्धता: कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ पानी और उर्वरक की उपलब्धता कम है।

  • प्रशिक्षण की कमी: हर जिले में पर्याप्त ट्रेनिंग और विशेषज्ञों की कमी महसूस होती है।

  • मॉनिटरिंग की कमजोरी: योजनाओं के लागू होने के बाद उनकी निगरानी में कई बार ढील देखी गई है।

Future Plans Under NFSM 2025

सरकार इस मिशन को और मजबूत बनाने के लिए कुछ नई योजनाएं भी बना रही है:

  • डिजिटल कृषि प्लेटफॉर्म: किसानों को मोबाइल एप्स और डिजिटल पोर्टल के माध्यम से जानकारी और सहायता मिल सकेगी।

  • ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा: मिट्टी की गुणवत्ता और सेहत को ध्यान में रखते हुए जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।

  • क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर: जलवायु परिवर्तन के असर को ध्यान में रखकर नई तकनीकें लाई जाएंगी।

FAQs

1. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन किस मंत्रालय के अंतर्गत आता है?
यह मिशन भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है।

2. इस योजना का सबसे बड़ा लाभ क्या है?
इसका मुख्य लाभ यह है कि किसानों को अधिक उत्पादन के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी सहायता मिलती है जिससे उनकी आय बढ़ती है।

3. क्या छोटे किसान भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं?
हां, छोटे और सीमांत किसान भी मिशन के लाभार्थियों में शामिल होते हैं।

4. NFSM में कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं?
धान, गेहूं, दालें, मोटा अनाज (जैसे ज्वार, बाजरा, रागी) जैसी फसलें इस योजना के तहत आती हैं।

5. इस योजना में किसानों को क्या-क्या सहायता दी जाती है?
बेहतर बीज, सब्सिडी वाले उपकरण, खेत की मिट्टी की जांच, प्रशिक्षण कार्यक्रम, और सिंचाई की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

Conclusion

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन 2025 न केवल किसानों की आमदनी बढ़ाने का प्रयास है, बल्कि यह देश की खाद्य आत्मनिर्भरता और पोषण स्तर सुधारने की एक दूरदर्शी योजना भी है। यदि इसे सही दिशा में लागू किया जाए तो यह मिशन ग्रामीण भारत की तस्वीर बदल सकता है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के लक्ष्य को साकार कर सकता है।

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